धुले से ग्राउंड रिपोर्ट, 18 December: महाराष्ट्र के धुले जिले में हिंदू जनाक्रोश मोर्चा का आयोजन किया गया। लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन पर रोक हेतु कानून बनाने की लोगो ने मांग की। साथ ही गौहत्या बंदी कानून को और कठोर बनाने की भी बात रखी गई।
धुले और मालेगांव शहर वर्तमान में लव जिहाद, जबरन धर्म परिवर्तन और गौहत्या जैसे समस्याओं से त्रस्त है। यहां ऐसी घटनाएं कई दिनों से सामने आ रही हैं, जिसके विरोध में ‘संभाजी भिड़े गुरुजी’ के द्धारा इस आंदोलन की घोषणा की गई थी।
पुलिस से मिले आंकड़े के अनुसार इस जनांदोलन में 50 हजार से अधिक लोगो ने भाग लिया जिसमे ज्यादातर नव युवतियों ने कमान संभाली थी। महिलाओं, बच्चो और दिव्यांगजनों के साथ साथ किन्नर अखाड़ा के महंतो का भी सहभाग ज्यादा मात्रा में देखने को मिला।
पिछले महीने, धुले शहर में अरशद मलिक नामक आरोपी ने हर्षद माली बनकर एक युवती के साथ लव जिहाद की घटना को अंजाम दिया। साथ ही मालेगांव शहर में भी एक हिंदू आदिवासी युवती के साथ भी आरोपी इमरान ने जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह का प्रयास किया। जिसके बाद से दोनो शहर के लोगों में आक्रोश भरा हुआ था जो कल के इस जनांदोलन भी में दिखा। दोनों घटनाओं पर राष्ट्र ज्योति ने सविस्तर रिपोर्ट भी दी है। आप इन रिपोर्ट्स को यहाँ और यहाँ पढ़ सकते हैं।
धुले शहर के छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक से उनकी आरती के पश्चात जनांदोलन शुरू हुआ, जो शहर के अलग अलग जगहों से होते हुए लोगों को अपने साथ जोड़ता चला गया।
इस जनांदोलन में युवतियों ने लव जिहाद के चंगुल से बचने हेतु नारे लगाए और जो पोस्टर दिखाएं गए वे निम्नलिखित है:
“एक धक्का और दो, लव जिहाद को तोड़ दो”
“अब मोमबत्ती नही चलेगी, मां भवानी की तलवार चलेगी”
“लव जिहाद्यांचा चौरांग करा” (अर्थात लव जिहादियों के हाथ पैर काट दो)
“गाय को मां समझ रोटी खिलाने वाला, और गाय को लजीज़ समझ रोटी के साथ खाने वाला भाई भाई कैसे हो सकता है”?
“श्रद्धा ने टिकली लावली असती, तर श्रध्दा आज टिकली असती” (अर्थात अगर श्रद्धा ने बिंदी लगाई होती तो वो आज जिंदा होती)
“हिंदू युवतीनों जागे व्हा, दुर्गा चंडी काली व्हा” (अर्थात हिंदू युवतियों जागो, मां दुर्गा, चंडी, काली जैसा बनो)
“लव जिहाद चा खेळ समजा, परधर्मियाशी मैत्री टाळा” (अर्थात लव जिहाद का खेल समझो, पराए धर्मियों से दोस्ती से बचो)
“भाईचाऱ्याचा नका देऊ मौका, हिंदू बहिणींना लव्ह जिहाद पासून रोका” (अर्थात भाईचारे का मत दो मौका अपनी हिंदू बहनों को लव जिहाद से रोको)
छत्रपति शिवाजी महाराज के राज में औरतों की तरफ़ नजर उठा कर देखने वाले के हाथ पैर काट दिए जाते थे, ऐसा लोगों ने कहा। दिल्ली में घटित श्रद्धा वालकर केस के लिए ऐसे ही न्याय की गुहार लगाई गई। आफताब और अन्य लव जिहादियों के लिए भी हाथपैर काटने की मांग करते हुए नारे लगाएं गए।
सम्बन्धित जनांदोलन में 30 हजार लोगो ने हस्ताक्षर कर राष्ट्रपती, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री को निवेदन सौंपा। जिसमे जल्द से जल्द लव जिहाद पर रोक हेतु कानून बनाने की मांग रखी गई।
महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों से लव जिहाद की घटनाएं सामने आ रही थी जिसके बाद संभाजी भिड़े गुरुजी ने जनांदोलन की घोषणा की। जिसके पश्चात उनकी संघटना ‘श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्तान’ ने नासिक और अन्य स्थानों पर ऐसे जनांदोलन की घोषणा की और आम नागरिकों ने इसमें बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
धुले शहर के इस आंदोलन में डॉक्टर, अध्यापक, और अलग अलग संस्थान से जुड़े लोग भी शामिल हुए थे। जनांदोलन की सबसे अलग बात यह थी की स्वयं संभाजी भिड़े इस आंदोलन में न होते हुए भी सभी 50 हजार लोगो ने अपनी जिम्मेदारी दिखाई। आंदोलन का रचना कुछ इस तरह थी की पहले युवतियां, फिर उनके पीछे उनसे अधिक उमर की महिलाएं, किन्नर और दिव्यांगजन, और इन सभी के चारो तरफ से युवक और पुरुष श्रुंखला बनाकर चल रहे थें।
आप कुछ तस्वीरें यहाँ देख सकते हैं। ये सभी तस्वीरें राष्ट्र ज्योति के रिपोर्टर मयूर भोंसले ने खींची हैं।
Maharashtra : In Dhule city, people Protested to stop Love Jihad and Forced Religious Conversions. People organized Hindu Janakrosh Morcha.Girls lead the Massive Protest. Womens, Children, Divyangs and Mahants From Kinnar Akhara took part in large scale
Report on @RashtraJyoti pic.twitter.com/KmyHoHVKNx— Mayur M Bhosale (@MBhosaleSpeaks) December 19, 2022
People organised a widespread protest demanding strict laws against interfaith marriages in Dhule city of Maharashtra on 18 December.
Placards bearing quotes against 'Love Jihad' and forced conversions were seen in this protest. @RashtraJyoti correspondent covered the rally pic.twitter.com/LDGsEPmj1s
— Rashtra Jyoti (@RashtraJyoti) December 19, 2022
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