महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले मे स्थित सिन्नर शहर में एक हिंदू महिला के परिवार की मजबूरी का फायदा उठाकर उस महिला को एक महिने तक घर में बंद कर क्रिश्चियन मिशनरी द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन करने हेतु उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने की घटना सामने आई हैं।
उक्त महिला की शिकायत पर सिन्नर पुलिस थाने में एक चर्च के फादर समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं। पुलिस नें चर्च के फादर समेत अन्य चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़ित महिला अहमदनगर जिले के संगमनेर तालुका के रायतेवाडी की रहने वाली हैं। 2 से 3 वर्ष पहले दोनों पति पत्नी रोज़गार की तलाश में सिन्नर जिला नासिक आए थे और मालेगांव MIDC के दावत मला परिसर में किराये के घर में रहने लगे थे। दोनों मालेगांव MIDC में रोजाना मजदूरी कर अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं।
30 नवंबर 2022 के दिन पीड़िता के पति रोजाना मजदूरी करने गए और पीड़िता काम ढूंढने के लिए घर से निकल गई। दोपहर के समय सिन्नर के वावी वेस इलाके मे जब वह रिक्शा की प्रतिक्षा कर रहीं थीं तब वहां दोनों आरोपी महिलाएं प्रेरणा और बुट्टी उसे मिली। उन्होंने पीड़िता से बातचीत की तब पीड़िता ने उन्हें बताया की वह काम की तलाश में मुसलगाव जा रहीं हैं। तब दोनों आरोपी महिलाओं नें उसे काम देने का बहाना कर अपने साथ चलने के लिए कहां। जिसके बाद दोनों पीड़िता को गोंदेश्वर मंदिर के पास जोशीवाडी इलाके मे स्थित अपने घर ले गए।
वहां घर में आरोपी भाऊसाहेब उर्फ भाऊडया दोडके मौजूद था। उसने पीड़िता से उसके बारें पूछताछ की और कहां की, “तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं रहती हैं और परिवार ग़रीबी की स्थिति में हैं, तुम येशु की पूजा करो तुम्हारी ग़रीबी दूर हो जाएगी और तुम्हें अच्छा भी लगेगा.” यह कह कर उसे धर्मांतरण का झांसा दिया।
उसी दिन शाम के समय उन सभी ने चर्च के क्रिश्चियन फादर राहुल आरने को वहां बुला लिया। फादर राहुल ने कुछ शब्द फुस फुसाए और पीड़ित महिला को येशु का खून बताकर लाल रंग का पानी पिलाया साथ ही येशु की तस्वीरें वाली कुछ किताबें भी दिखाई। कुछ समय बाद पीड़ित महिला को चक्कर आने के कारण वह उनके घर पर ही सो गई। फिर थोड़े समय बाद आरोपी भाऊडया दोडके नें पीड़िता के बिस्तर पर जाकर उसे डराया और धमकाते हुए जबरदस्ती उसके साथ शारीरिक सम्बंध बनाएँ। पश्चात प्रेरणा और बुट्टी ने पीड़िता हो उस घर में ही कैद कर दिया।
2 दिसंबर 2022 के दिन प्रेरणा नें पीड़िता के गले से उसका मंगलसूत्र और हाथों की चूडिय़ां ज़बरदस्ती निकाल ली और येशु के नाम से एक काला धागा गले मे बाँध दिया। उसी दिन रात मे खाना खाकर पीड़ित महिला अगले रूम मे जाकर सो गई। कुछ देर बाद आरोपी भाऊसाहेब उर्फ भाऊडया दोडके, फादर राहुल और उनके साथ गले मे चांदी की चैन पहने एक 40 वर्ष उम्र का व्यक्ती वहां पहुचें। तीनों ने बारी बारी से ज़बरदस्ती पीड़िता के साथ शारीरिक सम्बंध बनाएँ। इसके बारे में पीड़िता ने प्रेरणा और बुट्टी को बताने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने भी तीनों के साथ मिलकर उसे मारपीट की। साथ ही उसे धमकी देते हुए कहा कि, अगर तुमने किसी को कुछ बताया तो तुम्हें मार डालेंगे और दफन कर देंगे। धमकी देने के बाद महीनेभर पीड़िता पर आरोपियों द्वारा अत्याचार जारी थे।
एक दिन प्रेरणा और बुट्टी ने सिन्नर के एक व्यापारी को घर बुलाया और पीड़िता को उसके सामने खडे करते हुए उसे बताया कि आज से यही तुम्हारें मालिक हैं, जो यह कहेंगे वही करना और इनके पास ही रहना हैं। जिसके बाद पीड़िता डर गई और उसे पता चल गया कि उसे वैश्या व्यवसाय के लिए बेचा जा रहा हैं। जिसके बाद पीड़िता नें जोर जोर से चिल्लाना शुरू किया जिसके बाद वह व्यापारी वहां से भाग गया।
17 दिसंबर 2022 के दिन पीड़िता के पति अपने छोटे बेटे को लेकर पत्नी की तस्वीर से उसे ढूँढते हुए सिन्नर के जोशीवाडी पहुंचे तब उन्होंने अपनी पत्नी को वहां एक घर के पास देखा। वहां जाते ही आरोपी भाऊडया दोडके, प्रेरणा और बुट्टी ने गाली-गलौच करते हुए धमकाकर वहां से भगा दिया। लेकिन उनके छोटे बेटे को जबरदस्ती रख लिया। रोजाना उस बच्चे को उन्होंने जबरदस्ती भीख मांगने के लिए भेजना शुरू कर दिया। नहीं जाने पर वे उसे मारपीट भी करने लगे। आरोपियों से मिली धमकी के कारण पीड़िता का पति जोशीवाडी के आसपास आने से भी डर रहा था।
29 दिसंबर 2022 के दिन जैसे तैसे अपने एक दोस्त को लेकर पीड़ित महिला का पति उस घर मे जा पहुँचा। दोस्त की सहायता से उसने अपनी पत्नी को वहां से छुड़ा लिया। आरोपी भाऊडया दोडके, प्रेरणा और बुट्टी ने उन्हें सिन्नर छोड़कर जाने के लिए धमकाया। डर कर पीड़िता अपने पत्नि के साथ अहमदनगर के अपने गाव चले गए। वहां पीड़िता ने अपने पति को एक महिने हुए उसके साथ के अत्याचार के बारे मे बताया। दोनों पति पत्नी हिम्मत कर 4 फरवरी 2023 रात सिन्नर पुलिस थाने पहुचें और पुलिस निरीक्षक संतोष मुटकुले को अपनी आपबीती बताई।
जिसके बाद पुलिस ने तुरंत सभी आरोपियों के विरुद्ध धारा 323, 328, 344, 376D, 504, 506, 34, और 76 (1) (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के तहत प्राथमिकी दर्ज की और तुरंत कारवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। कोर्ट में पेशी के बाद सभी आरोपियों को 3 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया हैं।
राष्ट्र ज्योति को FIR प्राप्त हुई है
गिरफ्तार हुए आरोपियों के नाम निम्नलिखित हैं :
1) भाऊसाहेब उर्फ भावड्या यादव दोडके (उम्र 35)
निवासी (जोशीवाडी, सिन्नर)
2) फादर राहुल लक्ष्मण आरणे (उम्र 29)
निवासी (गौतमनगर, सिन्नर)
3) रेणुका उर्फ बुटी यादव दोडके (उम्र 45)
निवासी (जोशीवाडी, सिन्नर)
4) प्रेरणा प्रकाश साळवे (उम्र 25)
निवासी (द्वारका, नाशिक)
5) 40 वर्ष उम्र का व्यापारी संदिग्ध फरार हैं
मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण के नाम पर एक महिला को जबरन घर में एक महिने तक कैद कर प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र महिला मोर्चा प्रमुख चित्रा वाघ नें पीड़िता से मुलाकात कर नासिक मे प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें मीडिया को उन्होंने इस घटना की जानकारी दी। साथ ही पुलिस को सख्त से सख्त कारवाई करने की विनती भी की हैं।
नाशिक सिन्नर-एका महीलेचे जबरदस्तीने धर्मांतरण केल्याची घटना घडली ज्यात ५ आरोपी आहेत ज्यात पाश्टर चा मुख्य सहभाग आहे..
या घटनेने पुन्हा एकदा जबरदस्तीने धर्मांतरणाचा विषय समोर आलाय
तसेच मोठ्या प्रमाणात अनधिकृत प्रार्थनास्थळ जिथे देवाचे नाव वापरत दानवाचे काम वेगाने सुरू आहे (१/५) pic.twitter.com/iCIrTLvv4m— Chitra Kishor Wagh (@ChitraKWagh) February 13, 2023
सिन्नर पुलिस ने भी तत्काल इस घटना की सूचना वरिष्ठों को दी। जिला पुलिस अधीक्षक शहाजी उमाप, अप्पर अधीक्षक माधुरी कांगणे के मार्गदर्शन में इस अपराध की जांच निफाड के उपविभागीय पुलिस अधिकारी अर्जुनराव भोसले को सौंपी गई हैं।
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