महाराष्ट्र राज्य में पुणे जिला स्थित तालुका दौंड में जबरन धर्मांतरण का एक मामला सामने आया है। जिसमें एक हिन्दू वाल्मीकि समाज के युवक को एक मुस्लिम युवती के साथ शादी करने के कारण उसके पड़ोसी ने क्रूरता से उसका खतना कर दिया।
उसे धर्म परिवर्तित करने हेतु प्रताड़ित किया साथ ही उसकी मुस्लिम पत्नी और उसकी बेटियों को मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी।
इसके सन्दर्भ में पीड़ित परिवार ने पुलिस में आवेदन दिया है। राष्ट्र ज्योति को आवेदन मिला है उसके अनुसार पीड़ित व्यक्ति का बयांन निम्नलिखित है:
मैं बबलू मिलिंद चव्हाण (काम- मजदूरी, जाति- वाल्मीकि)।
मैं आज पुलिस थाने में अपनी पत्नी रबिया बबलू चव्हाण के साथ फ़रियाद लिख रहा हूं। मैं ऊपर बताए गए पते पर रह रहा हूं (राष्ट्र ज्योति पता नहीं लिख रहा है जिससे परिवार सुरक्षित रहे), और मेरे साथ मेरी पत्नी रबिया, बेटी नर्गिस एवं आलिया हम चार लोग एकत्रित परिवार में रहते हैं। मैं कुंभार गली के ईंट की भट्टी पर मजदूरी का काम करता हुं और इस काम से हमारी रोजी रोटी चलती हैं।
मेरी पत्नी रबिया के साथ मेरा अंतरधार्मिक विवाह 15 जून 2018 को हुआ था। रबिया पहले से शादीशुदा थी और उसे अपने मृतक पति से नर्गिस और आलिया यह दो बेटियां थी लेकिन फिर भी हमने हमारे परिवार को राज़ी कर के उनके स्वीकृति से 15 जून 2018 को यशवंत तालुका माढ़ा ज़िला सोलापुर में यह विवाह किया था।
उसके पश्चात लॉकडाउन के बाद नवंबर 2020 से हम दोनो हमारी दोनो बेटियो के साथ ईंट की भट्टी पर काम करने हेतु दौड़ के परदेशी नामक बिल्डिंग में आके रहने लगे। हम एक वर्ष सुरक्षित और हसी खुशी जीवन व्यतीत कर रहे थे, लेकिन एक दिन इसी बिल्डिंग में किराए पर रहने वाले आसिफ़ शैख ने एकदिन मेरी पत्नी रबिया को अकेले देखा तो कहा की तुम मुस्लिम हो ना? इसके जवाब में उसने हाँ कहा जिसके बाद आसिफ़ ने अलग अलग समय बहाने बनाके मेरी पत्नी के साथ बात करने का प्रयास किया।
मेरी पत्नी ने आसिफ़ से बातचीत टालने की कोशिश करते हुए बात नहीं की। वो कई बार ऐसी अश्लील इशारे जिससे किसी को भी शर्म आ जाए वो करते हुए भी मेरी पत्नी रबिया से बात करने का प्रयास किया था। यह सारी घटनाएं मेरी पत्नी ने मुझे एक दिन मुझे बताई।
मैंने जब आसिफ़ से संबंधित घटना से बात करने हेतु मिला तो उसने गंदी गालियां देते हुए कहा की “तू एक हिंदू हैं तू काफिर हैं और फिर भी तूने हमारे मज़हब की लड़की से शादी की है, अब या तो तू इस्लाम कबूल कर ले नहीं तो उसे छोड़ दे”।
वापिस जाते हुए उसने मुझे फिर कहा की “अगर तूने हमारी बात नही मानी तो तुझे हम दौड़ में जीने नही देंगे और अगर तूने किसी को यह बात बोली तो तुझे और तेरे बीवी बच्चों को मारकर जमीन में दफ़न कर देंगे”। यह सब सुनकर में डर गया और घर निकल आया और मेने मेरी पत्नी रबिया को यह सब बताया ।
उसके बाद मैंने और मेरी पत्नी ने दौड़ शहर छोड़ कर जाने का फैसला लिया। फिर तारीख 3 अक्तूबर 2022 के दिन आसिफ शेख़ दौड़ के ही रहने वाले कुमैर कुरैशी उर्फ हाजी साहब को मेरे घर लेके आया। और उनको बताया कि यह देखो यह एक हिंदू काफिर ने हमारी मज़हब की लड़की से शादी की है और यह दोनो साथ में रह रहे हैं।
उसके पश्चात कुमैर कुरैशी उर्फ हाजी साहब ने मुझे और मेरी दोनों बेटियों नर्गिस और आलिया दोनों को मारपीट की और मेरी पत्नी रबिया को अपने साथ जबरदस्ती लेके गए।
उसके बाद रबिया उसी दिन 2 घंटो के बाद घर वापिस आई और उसने मुझे बताया कि कुमैर कुरैशी उर्फ हाजी साहब और आसिफ शेख़ दोनो उसे कुम्भार गली के नजदीक दौंड कब्रस्तान के अंदर मौजूद हाजी साहब के ऑफिस में लेके गए और मुझे धमकाने लगे और कहा की तुम मुस्लिम होने के बाद भी एक काफिर हिंदू लड़के के साथ शादी मानकर रह रही हो। तू उस काफिर को छोड़ दे तेरी शादी मैं अपने धर्म में पांच वक्त के नमाजी मुसलमान से करवा दूंगा अगर तूने मेरी बात नहीं मानी तो तेरे उस हिंदू पति को मार डालूंगा।
उसके बाद अगले दिन 4 अक्तूबर 2022 को हाजी साहब और आसिफ शेख़ हमारे घर पर आया और मेरे ही सामने मेरी पत्नी रबिया को कहने लगे की “तूने तेरे हिंदू मरद को, हमने तुझे कल जो बोला था वो बताया नहीं क्या? उसके बाद वो मुझे कहने लगे की “अब तुम दोनो का बहुत हो गया, अब एक तो तू इस्लाम कबूल कर ले वरना इससे छोड़ दे नही तो हम तुझे और तेरे परिवार को जिंदा नही छोड़ेंगे।
उसके बाद मैने और मेरी पत्नी ने हमे साथ रहने दो ऐसी बहुत विनती की लेकिन फिर भी दोनो ने हमारी एक न सुनी और हमे सबको मारपीट करना शुरू कर दिया फिर बिल्डिंग के लोगो की भीड़ बढ़ने के कारण वो दोनो मारपीट रोक कर वहा से निकल गए।
फिर तारीख 14 अक्तूबर 2022 को शुक्रवार के दिन सुबह 7 बजे के आस पास कुमैर कुरैशी उर्फ हाजी साहब, आसिफ शेख़ और एक मुस्लिम डॉक्टर मेरे घर में घुस गए फिर हम सब परिवार के लोग हल्के बक्के रह गए और फिर उन्होंने मेरी पत्नी रबिया, और बेटियां नर्गिस और आलिया को घर से बाहर निकल दिया और मुझे मारपीट करना शुरू किया और हाजी साहब मुझे कहने लगे की अब तू इस्लाम कबूल करेगा और तू कबूल कैसे नही करता हम भी देखते ऐसा कहते हुए मुझे जमीन पर गिरा दिया और मुझे निर्वस्त्र कर दिया और आसिफ ने मेरे हाथ पकड़ लिए और उस अज्ञात मुस्लिम व्यक्ति जिसे हाजी साहब और आसिफ डॉक्टर कह रहे थे उसने अपने पास रखे हुए तेज धार वाले किसी शस्त्र से मेरे लिंग की चमड़ी काट कर मेरा खतना किया।
उस वक्त में बहुत गिड़गिड़ाया माफी मांगी मैने कहा मैं मेरे परिवार के साथ दौंड छोड़ के निकल जाने की बात भी कही लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी। मेरे लिंग को काटने के लिए हाजी साहब ने डॉक्टर से कहा था की “डॉक्टर कर दे इसका खतना” और उस वक्त हाजी साहब और अब लोग उर्दू में कुछ मंत्र कहने लगे और अपने अल्लाह की प्रार्थना कर रहे थे।
और यह सब होने के बाद मुझे ऐसे ही छोड़ कर वोह वहा से निकल गए। उस दिन मुझे बहुत ज्यादा पीड़ा हो रही थी। और रात के समय में उनसे डर कर हम दौड़ छोड़ कर भाग गए। उनके डर और आतंक के कारण हम ने पुलिस में FIR दर्ज भी नही करवाई थी।
राष्ट्र ज्योति को ये खबर कैसे मिली
राष्ट्र ज्योति को सबंधित मामले की जानकारी Legal Rights Observatory नामक एक कानूनी अधिकार संस्थान द्वारा किए गए ट्वीट से मिली है, जिसके बाद हमने शिकायत अर्जी प्राप्त कर उसे आपके सामने रखा हैं। वर्तमान में पीड़ित परिवार डर और आतंक के साए में दौंड छोड़ कर चला गया हैं।
#Dalit brick kiln labour forcibly converted to Islam; #Khatna did under pressure; illegal slaughter house owner Kumel Qureshi of #Daund is leading gang of 50 plus doing Izlamic conversions.
100 plus labours converted so far. We urge @thevijaysampla @puneruralpolice to take action pic.twitter.com/S7TD6KavyZ— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) December 10, 2022
संबंधित मामले की जानकारी हेतु दौंड पुलिस के जिला पुलिस अधीक्षक से जब हमने बात की है। उन्होनें कहा की उन्हें इस मामले में जानकारी प्राप्त हुई है, लेकिन पीड़ित परिवार उनसे नहीं मिला है। FIR दर्ज करवाने हेतु पीड़ित परिवार का होना आवश्यक है। परिवार अभी किसी के संपर्क में नही है और दौंड छोड़ कर कहीं निकल गए है। ऐसे में आगे आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही हेतु FIR दर्ज करवाने हेतु पीड़ित परिवार का खोज पुलिस पिछले 3 से 4 दिनों से कर रही है।
इसके अलावा राष्ट्र ज्योति ने उस कॉलोनी में जहां ये परिवार रहता था एक व्यक्ति से बात की है। उसने बताया कि पड़ोसियों ने लड़ाई झगड़े की आवाज़ सुनी थी पर किसी ने कुछ किया नहीं। उसी रात से परिवार वहाँ से चला गया था।
We Need Your Support
Your Aahuti is what sustains this Yajna. With your Aahuti, the Yajna grows. Without your Aahuti, the Yajna extinguishes. We are a small team that is totally dependent on you. To support, consider making a voluntary subscription.
UPI ID - rashtrajyotiupi@icici, rashtrajyoti@hdfcbank, rashtrajyoti@kotak, 75years@icici